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    फाइलेरिया रोगियों को सिखाया गया एमएमडीपी किट इस्तेमाल करने का तरीका

    - एमएमडीपी किट के उपयोग से मिलेगी हाथी पाँव के मरीजों को राहत

    मोतिहारी। जिले के हाथीपाँव के मरीजों को रोग प्रबंधन के नियमित तरीकों से अवगत कराते हुए एमएमडीपी किट उपलब्ध कराई जा रही है। डीभीबीडीसीओ डॉ शरत चंद्र शर्मा ने बताया कि जिले के सभी 27 पीएचसी के फाइलेरिया मरीजों के लिए एमएमडीपी किट उपलब्ध कराने हेतु दिशा निर्देश जारी किया गया है। मंगलवार को रक्सौल अनुमण्डल के पीएचसी के हॉल में अनुमण्डलीय अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राजीव रंजन के निर्देशन में 16 हाथीपाँव मरीजों के बीच एमएमडीपी किट के इस्तेमाल करने के तरीको को बताते हुए वितरित किया गया। 

    उपाधीक्षक डॉ राजीव रंजन ने बताया कि फाइलेरिया रोग के नियंत्रण के लिए कैम्प का आयोजन किया गया। इसमें लक्ष्मणवा, हरनाही, गमहरिया, भलवाइयां आदि गाँव के फाइलेरिया मरीजों को बीसीएम सुमित सिन्हा एवं डॉ अमित कुमार जायसवाल द्वारा प्रबंधन के तरीके बताए गए। उन मरीजों के बीच किट का वितरण किया गया। बीसीएम सुमित सिन्हा ने फाइलेरिया मरीजों को किट के उपयोग के तरीके को विस्तारपूर्वक बताया। चैनपुर हरनाही की शारदा देवी ने बताया कि ट्रेनिंग के बाद उन्हें फाइलेरिया रोग को नियंत्रित करने में सहायता मिलेगी। उन्होंने बताया की किट में टब, साबुन, मलहम, नारियल तेल, तौलिया, आरामदायक चप्पल एवं अन्य सामग्री मिली है। प्रबंधन के तरीके नहीं जानने के कारण कई तरह की समस्या हो रही थी। ठंड के समय में फाइलेरिया के कारण वे चलने में असमर्थ थी। बहुत उपचार के बाद अब कुछ सुधार हुआ है।

    सर्वजन दवा का सेवन कर फाइलेरिया रोग से बचा जा सकता है:

    अनुमण्डलीय अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राजीव रंजन ने बताया कि लोगों के अंदर मौजूद फाइलेरिया के परजीवी की खोज को लेकर नाईट ब्लड सर्वें कराया गया है। अब क्षेत्र में एमडीए कार्यक्रम के तहत  स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों पर सेविका, सहायिका एवं आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से बच्चों, शिक्षकों, आम लोगों को उम्र के अनुसार डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी। सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के दौरान लगातार 5 वर्ष तक दवा सेवन करने से लोग फाइलेरिया रोग से बच सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस दवा का सेवन करना बहुत जरूरी है, सर्वजन दवा का सेवन कर ही (हाथी पांव ) फाइलेरिया रोग से बचा जा सकता है। इस मौके पर डॉ अमित कुमार, यूनिसेफ़ के बीएमसी अनिल कुमार, बीसीएम सुमित कुमार, आशा फैसलीटेटर सीमा देवी, गायत्री देवी, पीओसीडी पिरामल सुमित कुमार आशा व अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।

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