महिला सशक्तिकरण के लिए हब फॉर एमपावरमेंट ऑफ़ विमेन का उन्मुखीकरण कार्यशाला, अनुग्रह अनुदान पोर्टल का शुभारंभ एवं ‘चटकारे जिंदगी के’ वीडियो सीरिज का किया गया विमोचन
•मंत्री, समाज कल्याण विभाग ने कार्यशाला का दीप प्रज्वलित कर किया शुभारंभ।
•सेवाकाल में मृत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं महिला पर्यवेक्षिकाओं के आश्रितों को अनुदान राशि ससमय होगी प्राप्त।
पटना- “मिशन शक्ति” के तहत महिला सशक्तिकरण के लिए हब के बारे में उन्मुखीकरण, आई.सी.डी.एस के अंतर्गत कार्य करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं महिला पर्यवेक्षिकाओं की सेवा काल के दौरान मृत्यु उपरांत आश्रितों को मिलने वाले अनुदान राशि के लिए अनुग्रह अनुदान पोर्टल का शुभारंभ, साथ ही समुदाय में पोषण व् स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के लिए “चटकारे जिंदगी के” विडियो श्रृंखला का आज विमोचन किया जा रहा है”, उक्त बातें मदन सहनी, मंत्री, समाज कल्याण विभाग, बिहार सरकार ने एक दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहीं. कार्यक्रम में सचिव, समाज कल्याण विभाग, प्रेम सिंह मीणा, प्रबंध निदेशक, महिला एवं बाल विकास निगम,श्रीमती वंदना प्रेयसी,निदेशक, समेकित बाल विकास सेवाएं, बिहार डॉ. कौशल किशोर, , निदेशक पी.सी.आई, महिला विकास नगर निगम की टीम, आई.सी.डी.एस टीम सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे।
हब है महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए पहल:
समाज कल्याण मंत्री ने कहा कि मिशन शक्ति के तहत “सामर्थ्य” उप योजना के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण हेतु राज्य स्तर पर “हब फॉर एम्पावरमेंट ऑफ़ वीमेन” की स्थापना की जानी है. माननीय मंत्री ने बताया कि “सामर्थ्य” उप योजना के घटकों में शक्ति सदन, सखी निवास, कामकाजी महिला छात्रावास के साथ राष्ट्रीय क्रेच योजना (पालना घर) एवं प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना योजना की मौजूदा योजनाओं को अब “सामर्थ्य” में शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि अनुग्रह अनुदान पोर्टल में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं महिला पर्यवेक्षिकाओं के सेवाकाल में मृत्यु के उपरांत उनके आश्रितों को 4 लाख अनुदान देने का प्रावधान है। इस पोर्टल के माध्यम से अनुग्रह अनुदान की राशि प्राप्त करने के लिए आश्रितों के द्वारा ऑनलाइन आवेदन एवं उसकी स्थिति की जानकारी सरलता से उपलब्ध हो पायेगी, इससे निर्धारित समय एक माह में अनुदान मिलने की प्रक्रिया पूर्ण हो पायेगी।
“चटकारे जिंदगी के” समुदाय में स्वास्थ्य एवं पोषण के संदेशों को पहुंचाने की एक अलग पहल:
माननीय मंत्री ने बताया कि समुदाय में स्वास्थ्य एवं पोषण के संदेशों को पहुचाने हेतु नाटकीय अंदाज में प्रस्तुत करने के लिए “चटकारे जिंदगी के” एक एडूटेनमेंट ड्रामा सिरीज तैयार की गयी है। यह सीरीज गर्भवती, धात्री महिलाओं एवं बच्चों को ध्यान में रखकर परिवार नियोजन, जेंडर समानता, पोषण शिक्षा, पोषण बगीचा, संस्थागत प्रसव, ससमय ऊपरी आहार आदि पर बनाया गया है।
उन्मुखीकरण कार्यशाला से सबका मिलेगा लाभ:
कार्यशाला को संबोधित करते हुए सचिव, समाज कल्याण विभाग, प्रेम सिंह मीणा ने कहा कि उन्मुखीकरण कार्यशाला एवं अन्य योजनाओं के विमोचन से महिला सशक्तिकरण, समुदाय में स्वास्थ्य एवं पोषण के संदेशों को प्रसारित करने एवं अनुग्रह अनुदान पोर्टल के माध्यम से शीघ्र अनुदान प्राप्त करने के पहल को एक नयी गति मिलेगी. उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आई.सी.डी.एस निदेशालय, पीसीआई, एनआईसी, डब्लूडीसी एवं समाज कल्याण विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मियों को धन्यवाद देता हूँ।
डॉ. कौशल किशोर, निदेशक, आईसीडीएस ने प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला के एजेंडों पर विस्तार से चर्चा की और इसके महत्त्व के बारे में प्रकाश डाला। निदेशक पीसीआई ने “चटकारे जिंदगी के” वीडियो सीरिज के प्रत्येक विषय पर प्रतिभागियों का उन्मुखीकरण किया। साथ ही पोषण ट्रैकर डैशबोर्ड के माध्यम से अनुश्रवण हेतु विभिन्न इंडिकेटर को बिन्दुवार प्रतिभागियों को बारीकी से बताया गया| तदोपरांत कार्यक्रम का समापन किया गया।
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