कालाजार मरीजों की खोज को जिले में शुरू होगा अभियान
कालाजार मरीजों की खोज को जिले में शुरू होगा अभियान
- 3 से 10 जनवरी तक जिले में चलेगा कालाजार मरीज खोज अभियान
- अभियान के लिए आशा कार्यकर्ताओं को किया जाएगा प्रशिक्षित
- कालाजार के मरीजों को राज्य सरकार से मिलेगी प्रोत्साहन राशि
बेतिया, 24 दिसम्बर ।
कालाजार उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न स्तर पर समय समय पर कई कार्यक्रम चलाए जाते हैं, ताकि कालाजार के मरीजों की खोज हो, एवं उन्हें उचित चिकित्सा एवं परामर्श के साथ राज्य सरकार से प्रोत्साहन राशि मुहैया की जा सकें उपरोक्त बातें पश्चिमी चम्पारण के
सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र चौधरी ने कही। उन्होंने बताया कि 3 जनवरी से एकबार पुन: जिले में कालाजार मरीज खोज अभियान की शुरुआत की जायेगी। जिसमें आशा कार्यकर्ता द्वारा घर-घर जाकर कालाजार मरीजों की पहचान की जायेगी।इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित भी किया जाएगा।
अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी ने जारी किया निर्देश:
सीएस डॉ चौधरी ने बताया कि इस संबंध में वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. अंजनी कुमार ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि रोगी खोज के दौरान 15 अथवा 15 दिनों से अधिक बुखार से पीड़ित व्यक्ति जिन्होंने बुखार के दौरान मलेरिया की दवा अथवा एन्टीबायोटिक दवा का सेवन किया हो एवं उसके बाद भी बुखार ठीक न हुआ हो, भूख की कमी एवं उदर का बड़ा होना जैसे लक्षण हो उन्ही व्यक्तियों की जाँच आरके 39 किट द्वारा किये जाने हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को रेफर किया जाना है ।
आरके39 कीट से किया जायेगा जांच:
उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति ने कालाजार का इलाज पूर्व में कराया हो फिर भी उन में बुखार के साथ कालाजार के लक्षण पाये जाए तो उन्हें आरके-39 किट से जॉच न करते हुए बोन मैरॉव या स्पिलीन जॉच के लिए आशा द्वारा उन मरीजों को सदर अस्पताल रेफर किया जाय तथा उनके नाम की प्रविष्टी रेफरल पर्ची में की जायेगी। वैसे व्यक्ति जिन्हे बुखार न हो लेकिन उनके शरीर के चमड़े पर चकता अथवा दाग हो किन्तु उसमें सूनापन न हो तथा वे पूर्व में कालाजार से पीड़ित रहे हो, वैसे व्यक्तियों को भी आरके-39 किट से जाँच हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को रेफर किया जाना है।
कालाजार के नि:शुल्क इलाज की सुविधा है उपलब्ध:
प्रभारी जिला वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी डॉ मो. नाजिर ने बताया कि - कालाजार मरीजों के इलाज की सुविधा जिले के सभी पीएचसी में नि:शुल्क उपलब्ध है। मरीजों को सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने पर श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में सरकार द्वारा 7100 रुपये की राशि दी जाती है। पीकेडीएल मरीजों को पूर्ण उपचार के बाद सरकार द्वारा 4000 रुपये श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में दिये जाने के प्रावधान की जानकारी उन्होंने दी।
15 दिनों से अधिक समय तक बुखार का होना कालाजार के लक्षण:
केयर इंडिया के डीपीओ आकांक्षा कुमारी ने बताया कि 15 दिनों से अधिक समय तक बुखार का होना कालाजार के लक्षण हो सकते हैं। भूख की कमी, पेट का आकार बड़ा होना, शरीर का काला पड़ना कालाजार के लक्षण हो सकते हैं। वैसे व्यक्ति जिन्हें बुखार नहीं हो लेकिन उनके शरीर की त्वचा पर सफेद दाग व गांठ बनना पीकेडीएल के लक्षण हो सकते हैं।
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