धर्मगुरुओं को कोविड वैक्सीन को लेकर किया गया जागरूक
धर्मगुरुओं को कोविड वैक्सीन को लेकर किया गया जागरूक
- धर्मगुरुओं ने दिया जागरूकता के लिए दिया आश्वाशन
- बैठक के दौरान मास्क का किया गया वितरण
सीतामढ़ी । 12 जून
जिले के मदरसा रहमानिया मेहसौल में शनिवार को धर्म गुरुओं की एक बैठक आयोजित की गई जिसमें कोरोना वैक्सीन से संबंधित जानकारियां उपलब्ध करवाई गई, साथ ही इस बैठक के माध्यम से धर्मगुरुओं से यह अपील भी किया गया की समाज में कोरोना वैक्सीन को लेकर के जो भ्रांतियां फैली हुई है उसे दूर करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करें। जिससे सीतामढ़ी में कोरोना के वैक्सीनेशन शत प्रतिशत हो सके। बैठक में पिरामल स्वास्थ्य के तरफ से धर्मगुरुओं के बीच मास्क का वितरण किया गया। कोरोना के प्रति अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न भ्रांतियां के जवाब एवं वीडियो क्लिप जिसमें विभिन्न धर्म के धर्म गुरुओं का कोरोना वैक्सीन लेने के प्रति मैसेज भी दिखाए गए। उक्त बैठक के बाद उपस्थित धर्मगुरुओं ने यह आश्वासन दिया कि वे अपने समाज और आसपास के समुदाय को प्रेरित करेंगे और समाज में एक बेहतर मिसाल कायम करेंगे
भ्रांतियों पर नहीं दे ध्यान
बैठक के दौरान पिरामल के विजय शंकर पाठक और रवि कुमार ने वहां मौजूद लोगों और धर्मगुरुओं को समाज में टीकाकरण के प्रति मिथक और उनके तथ्यों से भी अवगत कराया। जिसमें एक बार कोरोना हो गया तो टीकाकरण कराने की जरुरत, टीका की सुरक्षा, टीकाकरण के दोनों डोजों के बीच लंबे समय और टीकाकरण के बाद कोविड अनुरुप पालन के प्रति समाज में फैले मिथकों के सही और स्पष्ट तथ्यों को सामने रखा। सुमित कुमार ने बताया कि किसी भी प्रकार के टीके के लिए हल्के बुखार, इंजेक्शन की जगह पर दर्द, शरीर में दर्द जैसे लक्षण दिख सकते हैं। यह प्रभाव या तो स्वत: खत्म हो जाते हैं या लक्षण आधारित दवाओं के सेवन से यह तुरंत ही खत्म हो जाते हैं। एक बार वैक्सीन देने पर 12 हफ्तों तक इम्यून सिस्टम बना रहता है। इसलिए दोनों ही डोजों के बीच इतने दिन का अंतर रखा गया है।
बैठक में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एके झा, पिरामल स्वास्थ्य के डीटीएम विजय शंकर पाठक ,यूनिसेफ के नवीन कुमार श्रीवास्तव सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।
No comments