अडॉप्ट अ विलेज कार्यक्रम के तहत अपने गोद लिए हुए पंचायतों में किया विजिट
अडॉप्ट अ विलेज कार्यक्रम के तहत अपने गोद लिए हुए पंचायतों में किया विजिट
- अभी तक एसकेएमसीएच में कुल 29 केस आए
- 14 केस मुजफ्फरपुर जिला एवं शेष 15 केस अन्य जिलों से है।
- 29 में से 18 बच्चे इलाज के बाद स्वस्थ हो अपने घर लौटे
- डोर टू डोर भ्रमण करते हुए लोगों को किया जा रहा है जागरूक
- कुपोषित एवं कमजोर बच्चों पर विशेष रूप से रखी जा रही है विशेष नजर
मुजफ्फरपुर। 13 जून
अडॉप्ट अ विलेज कार्यक्रम के तहत एईएस/चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण करने के मद्देनजर गोद लिए हुए पंचायतों में पदाधिकारियों ने आज अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करते हुए चमकी को लेकर सघन जागरूकता कार्यक्रम को अंजाम दिया।
अधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा संबंधित पंचायतों में बैठकें की गई। साथ ही महादलित टोलों में भ्रमण करते हुए बच्चों एवं अभिभावकों को चमकी को लेकर जागरूक किया।
उनके द्वारा पंपलेट भी बांटे गए और पढ़कर भी सुनाए गए। संबंधित पदाधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों समुदायिक भवन, स्वास्थ्य केंद्रों इत्यादि का भी निरीक्षण किया गया तथा आंगनवाड़ी सेविका /सहायिका एवं आशा को प्रेरित किया गया कि वे नियमित रूप से डोर टू डोर भ्रमण करते हुए आम लोगों को चमकी के प्रति जागरूक करना जारी रखें।
मालूम हो कि एईएस/चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में जिले के पंचायतों को गोद लिया गया है जहां प्रत्येक शनिवार को अधिकारी एवं कर्मी पहुंचते हैं और एईएस/चमकी बुखार को लेकर उनके द्वारा सघन रूप से जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाता है।
इस संबंध में नोडल अधिकारी एईएस-सह- जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉक्टर सतीश कुमार ने बताया कि बढ़ते तापमान के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। सभी सम्बन्धित पदाधिकारियों को जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया है।कहा कि हालात पर पैनी नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 29 मामले आये है जिसमें 14 मुजफ्फरपुर जिला का एवं शेष मामले अन्य जिलों के हैं। 03 मरीज अंडर ट्रीटमेंट में है वही 18 मरीज को डिस्चार्ज किया गया है जो स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। 06 बच्चों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हुई है। एक पूर्वी चंपारण,एक पश्चमी चंपारण ,एक वैशाली ,एक मुजफ्फरपुर और दो शिवहर से सम्बंधित हैं।
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