रोगी हितधारक मंच के सदस्यों ने फैलाई हाथी पाँव के बारे में जागरूकता
-जिले में जल्द होगी नाईट ब्लड सर्वें की शुरुआत
- क्यूलेक्स मच्छड़ के काटने से होता है फाइलेरिया
-बचाव हेतु मच्छड़दानी का प्रयोग एवं सर्वजन दवा का सेवन है बेहतर उपाय
- पोर्टल पर अप्लाई कर सर्टिफिकेट प्राप्त मरीजों का बनेगा विकलांगता प्रमाण पत्र
मोतिहारी। जिले में आयुष्मान आरोग्य मन्दिर पर रोगी हितधारक मंच के सदस्यों के द्वारा आम लोगों के बीच फाइलेरिया (हाथी पाँव) जैसे गंभीर बीमारी से बचाव हेतु जागरूकता फैलाई जा रहीं है ताकि लोग विकलांगता लाने वाली इस बीमारी से बच सकें। इस सम्बन्ध में जिले के डीभीबीडीसीओ डॉ शरत चंद्र शर्मा ने कहा की हाथी पाँव एक बार किसी को हो जाए तो वह कभी ठीक होने वाला नहीं है, इसलिए इसे बचाव के लिए मच्छर के काटने से बचना चाहिए सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए एवं घरों के आसपास साफ-सफाई रखना चाहिए। उन्होंने कहा की जिले में जल्द ही नाईट ब्लड सर्वें की शुरुआत की जाएगी ताकि फाइलेरिया रोग की विस्तृत जानकारी प्राप्त हो सकें। डॉ शर्मा ने बताया की फाइलेरिया से बचाव हेतु आशा व स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से जन समुदाय को सर्वजन दवा का सेवन कराया जाता है यह हाथी पाँव से बचाव का बेहतर उपाय है।
सर्टिफिकेट प्राप्त मरीजों का बनेगा विकलांगता प्रमाण पत्र:
मधुबन प्रखंड के जितौरा आयुष्मान आरोग्य मंदिर के रोगी हित धारक मंच के सदस्यों व सीएचओ,जीतेन्द्र कुमार के दिशा निर्देशन में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें 140 से अधिक लोगों को हाथी पाँव के बारे में जागरूक किया गया वहीं रिव्यू मीटिंग का आयोजन किया गया जिसमे 57 से अधिक ग्रामीणों, फाइलेरिया मरीज, आशा फैसिलिटेटर, आशा, सेविका, एएनएम ने भाग लिया। वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी मधुबन एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी इंद्रजीत कुमार के साथ पिरामल के सुमित कुमार, सिफार से सिद्धांत के द्वारा सर्टिफिकेट प्राप्त फाईलेरिया मरीजों को जल्द विकलांगता प्रमाण पत्र बनवाने व राज्य सरकार द्वारा 1100 रुपए प्रतिमाह पेंशन शुरू करने सम्बन्धित बातों पर विस्तार से चर्चा की गईं। इस मौके पर रोगी हित धारक मंच के गठन का उदेश्य और किस तरह से सामुदायिक स्तर पर फैलेरिया बीमारी के साथ अन्य बीमारी जैसे टीबी, लेप्रोसी, शुगर, बीपी पर विस्तार से चर्चा किया गया। ताकि लोग आयुष्मान आरोग्य मन्दिर पर मिलने वाले सुविधा का लाभ उठा पाएं। पिरामल स्वास्थ्य के सुमित कुमार द्वारा एमएमडीपी किट और फाईलेरिया बीमारी के स्टेज के बारे मे विस्तार से बताया।
जागरूकता कार्यक्रम में सीएचओ,जीतेन्द्र कुमार,रोगी हित धारक मंच के सदस्य, ग्रामीण, फाइलेरिया मरीज, आशा फैसिलिटेटर, आशा,सेविका, एएनएम,उपस्थित रहे।
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