वायु प्रदूषण पर एक दिवसीय कार्यशाला
-पायलट प्रोजेक्ट के तहत हुआ आयोजन
मुजफ्फरपुर: वायु प्रदूषण के बढ़ते खतरे को देखते हुए, स्टेट हेल्थ सोसायटी बिहार, पटना और जिला स्वास्थ्य समिति, के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को मीरापुर स्थित एक निजी होटल में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला एनपीसीसीएचएच कार्यक्रम के तहत आयोजित की गई थी। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य वायु प्रदूषण के खतरों पर विस्तृत चर्चा करना और इसके रोकथाम के लिए जमीनी स्तर पर जागरूकता फैलाना था।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार, अधीक्षक सदर अस्पताल डॉ. बीएस झा, एनसीडीओ डॉ. नवीन कुमार, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी रेहान अशरफ, राज किरण, आर.आर. विक्रम और आईडीएसपी मुजफ्फरपुर के मोहम्मद यूनुस ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक (बीसीएम), प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक (बीएचएम) और आशा फैसिलिटेटर सहित स्वास्थ्य विभाग के कई कर्मी उपस्थित रहे।
वायु प्रदूषण के खतरों से कराया गया अवगत:
राज्य स्टेट हेल्थ सोसायटी, पटना से आईं डॉ रागिनी, स्टेट एपिडेमियोलॉजी और डॉ. अमित मिश्रा ने प्रतिभागियों को वायु प्रदूषण से होने वाले गंभीर खतरों से अवगत कराया। उन्होंने मुजफ्फरपुर के विभिन्न स्थानों के एयर पॉल्यूशन इंडेक्स को भी प्रदर्शित किया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि कैसे प्रदूषण हमारे शहर को तेज़ी से घेर रहा है और यह हमारी दैनिक दिनचर्या को प्रभावित कर रहा है।
मुजफ्फरपुर पायलट प्रोजेक्ट में शामिल:
डॉ. मिश्रा ने बताया कि वायु प्रदूषण नियंत्रण पर कार्य करने के लिए स्टेट हेल्थ सोसायटी द्वारा तीन जिलों को पायलट परियोजना के तहत चुना गया है, जिसमें मुजफ्फरपुर को भी शामिल किया गया है।
डॉ रागिनी ने सभी आशा फैसिलिटेटर, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक और प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधकों को अपने-अपने क्षेत्र में वायु प्रदूषण को रोकने के उपायों पर विस्तृत चर्चा की। उन्हें यह ज़िम्मेदारी दी गई कि वे अपने कार्यक्षेत्र में हर वर्ग, हर समाज और हर व्यक्ति को वायु प्रदूषण के खतरों और बचाव के तरीकों के बारे में बताकर उन्हें जागरूक करें, ताकि इस गंभीर समस्या पर सामूहिक रूप से काबू पाया जा सके।
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