24 यक्ष्मा रोगियों में फूड बास्केट वितरित
-टीबी से जल्द ठीक होने के लिए दवाओं के साथ ही पौष्टिक आहार जरूरी- डॉ संजीव
- लक्षण हो तो जाँच जरूर कराएं
मोतिहारी। निक्षय मित्र बन चुके अरेराज के महंथ रविशंकर गिरी ने प्रखंड के 24 टीबी मरीजों के बीच फूड बास्केट का वितरण किया। मौके पर महंथ ने कहा कि क्षय रोग के कारण व्यक्ति के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। जिससे कई अन्य रोग भी होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए टीबी के रोगियों को
जल्द ठीक होने के लिए दवाओं के साथ ही पौष्टिक आहार लेना चाहिए। ताकि पोषण सामग्री का उपयोग कर टीबी मरीज अपनी सेहत बेहतर कर जल्द स्वस्थ हो सकें। वहीं मौके पर जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ संजीव ने बताया कि टीबी एक संचारी रोग है जो मरीजों के साथ सम्पर्क होने से एक दूसरे में फैलता है। टीबी के अगर लक्षण हों तो जाँच जरूर कराएं ताकि इसका संचार न हो पाए। यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ संजीव ने उपस्थित लोगों को बताया कि अगर किसी व्यक्ति को दो हफ्तों से ज्यादा समय से खांसी, बुखार, खांसी के साथ बलगम में खून आने की शिकायत हो तो टीबी हो सकता है। ऐसे में सरकारी अस्पताल में मुफ्त में बलगम की जांच करानी चाहिए।टीबी से बचने के लिए हरी सब्जियाँ, दूध, पौष्टिक आहार के साथ खानपान में विटामिन सी वाले भोज्य पदार्थ शामिल करना चाहिए।
बेहतर पोषण के लिए मरीजों को मिलती है आर्थिक सहायता-
डॉ संजीव ने बताया कि टीबी मरीजों को निःशुल्क इलाज के साथ ही निक्षय पोषण योजना के तहत बैंक खाते में इलाज जारी रहने तक प्रति माह 500 रुपये की सहायता राशि बेहतर पोषण के लिए भेजी जाती है।
वहीं मौके पर जिला यक्ष्मा केंद्र के जिला समन्वयक ललित कुमार ने कहा कि टीबी मरीजों को निजी स्तर पर गोद लेकर भावनात्मक रूप से सहायता दें। ताकि टीबी के बारे में उनकी सोच सकारात्मक हो और दवा, इलाज से वे जल्द स्वस्थ हों।
मौके पर डीसी ललित कुमार, यक्ष्मा सुपरवाइजर अतुल कुमार मिश्रा, सचिन कुमार सिंह, अशोक कुमार भी उपस्थित थे।
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