जिले में चल रहे ट्यूबरक्यूलोसिस प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट पर डॉ सी. के. दास ने ली जानकारी
- वर्ल्ड विज़न कार्यालय पहुँच ली जानकारी
मुजफ्फरपुर। जिले में यक्ष्मा उन्मूलन को लेकर विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर पर लगतार अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को वर्ल्ड विजन इंडिया कार्यालय में एक दिवसीय मासिक समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जिला के संचारी रोग पदाधिकारी डॉ सीके दास और डिस्ट्रिक लीड दिनकर चतुर्वेदी ने प्रोग्रामेटिक मैनेजमेंट ऑफ ट्यूबरक्यूलोसिस प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट पर विस्तृत जानकारी दी और वर्ल्ड विजन इंडिया संस्था जीत प्रोग्राम के तहत कार्यरत टीपीटीसी के किये गए कार्यो का समीक्षा जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉक्टर सी के दास द्वारा किया गया जिसमे अभिषेक कुमार मुसहरी, राजेश कुमार औराई, मनीष कुमार मोतीपुर का कार्य संतोष जनक बताते हुए सभी कर्मियों को मेहनत करने के लिए कहा। वर्ल्ड विज़न इंडिया के डिस्ट्रिक्ट लीड कुमार दिनकर चतुर्वेदी ने बताया कि टीबी रोगी के साथ रहने वाले परिवार के 05 साल से ऊपर के सभी सदस्यों का एक्सरे करके टीबी रूल आउट किया जा रहा है अगर किसी सदस्य का एक्सरे सजेस्टिव पाया जाता है तो उसका टीबी का आगे का जाँच सुरू किया जाता है, यदि एक्सरे रिपॉर्ट नॉन सजेस्टिव आता है तो उन्हें आइसोनायाजिड दावा दिया जाता है। मरीज़ो के सुविधा को ध्यान में रखते हुए सभी ब्लॉक में सरकारी एक्सरे के साथ साथ प्राइवेट एक्सरे सेंटर की भी सुविधा प्रदान की गई है। पीएम टीपीटी प्रोग्राम के तहत वर्ल्ड विज़न इंडिया के सहयोग से सभी टीबी मरीज़ के साथ मे रहने वाले पारवारिक सदस्यों का स्क्रीनिंग और 5 साल से उपर के लोगों का एक्सरे करा कर मरीज़ के घरवालों को पब्लिक या प्राइवेट डॉक्टर से टीपीटी लिखवाकर उन्हें आइसोनायाजिड दवा दिया जा रहा है, अभी तक टीबी मरीजो के साथ मे रहने वाले लगभग 8200 सदस्यों को आइसोनायाजिड दिया गया है, जिसमे बहुत से लोगो का दवा का कोर्स 06 माह का पुरा हो गया है और बहुत से मरीजो के परिवार वालो का आईएनएच चल रहा हैं। पुरा कोर्स 6 माह तक चलता है उस समय तक वर्ल्ड विजन इंडिया के कार्यकर्ता द्वारा लगतार उनका फ़ॉलोअप किया जा रहा है। इस मौके पर डॉ. सी के दास, जीत प्रग्राम से ज़िला समन्वयक दिनकर चतुर्वेदी, फील्ड ऑफिसर राकेश वर्मा, तन्मय सिन्हा, पूजा कुमारी, रविंद्र कुमार एसटीएस आदि उपस्थित थे।
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