10 सप्ताह तक सुबह 10 बजे सिर्फ 10 मिनट तक प्रत्येक रविवार को अपने घरों की करें साफ-सफाई: डॉ अशोक कुमार
- डेंगू से बचाव के लिए चलाया जाएगा जन-जागरूकता अभियान
पटना। “स्वास्थ्य विभाग राज्य में पिछले वर्ष के डेंगू के प्रकोप को देखते हुए इस वर्ष सतर्क है। इसलिए चिकित्सकों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने जिले में डेंगू से बचाव के लिए जन-जागरूकता अभियान की शुरुआत करें। साथ ही राज्य के सभी लोगों से अपील की है कि वे अपने परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य के लिए 10 सप्ताह तक सुबह 10 बजे से लेकर सिर्फ 10 मिनट तक प्रत्येक रविवार को घर के सभी सदस्यों के साथ घर के आसपास की साफ-सफाई करें। जहां भी थोड़ी सी जलजमाव की संभावना है, उसे तत्काल दूर करें”, उक्त बातें शनिवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डा. अशोक कुमार, अपर निदेशक सह , राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम ने कहीं।
उन्होंने कहा कि, दरअसल पिछले वर्ष राज्य में और खासकर पटना शहरी क्षेत्रों में डेंगू का प्रकोप काफी अधिक था। डेंगू एडिस एजिप्ट मच्छर के काटने से होता है,और इसका प्रजनन साफ और स्थिर पानी में होता है। प्रायः देखा गया है कि शहरी क्षेत्रों में गर्मी के मौसम के बाद कूलर को बाहर निकाल देते हैं, और उनमें जल जमाव हो जाता है। गमलों को भी बरसात में बाहर छोड़ देने पर उनमें भी जलजमाव हो जाता है। ध्यान रखें कि घरों के आसपास कहीं भी थोड़ा भी जलजमाव नहीं हो, और कहीं गड्ढा हो तब उसे जहां तक संभव हो भर दें। और यदि तब भी जलजमाव हो तब किरासन तेल का छिड़काव करें। डाक्टर अशोक कुमार ने कहा कि नगर निगम, नगरपालिका अथवा स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे फोगिंग में सहयोग करें। सुबह और शाम को फूल बांह का कमीज और फूलपैंट अथवा पायजामा पहने और झारियों अथवा छोटे पौधों के पास नहीं टहलें। मानसून का आगमन हो चुका है। अब बारिश के बाद डेंगू के होने की संभावना ज्यादा है।
उन्होंने बताया कि राज्य के प्रत्येक जिला से जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी, एक चिकित्सा पदाधिकारी, प्रत्येक मेडिकल कॉलेज से दो चिकित्सक शिक्षकों को एसआईएचएफडब्ल्यू के सभागार में राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम, स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू एवं चिकनगुनिया नियंत्रणार्थ, इनके क्लिनिकल मैनेजमेंट के संबंध में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न जिलों एवं मेडिकल कॉलेजों से कुल 85 चिकित्सकों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक सह, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम डा. अशोक कुमार, आरएमआरआई अगम कुआं, पटना, के निदेशक डा. कृष्णा पांडेय, विश्व स्वास्थ्य संगठन के राज्य समन्वयक, एनटीडी डा. राजेश पांडेय , नालंदा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल, पटना के औषधि के सह प्राध्यापक डा. सतीश कुमार एवं सिनियर रेजिडेंट डा. शुभम भाष्कर ने राज्य के विभिन्न जिलों एवं मेडिकल कॉलेजों से आये चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के राकेश कुमार, श्री संजय कुमार, राजकुमार, श्री उदय कुमार एवं कंसल्टेंट श्री मो० आरीफ अली, कार्यालय लिपिक मनेन्द्र गिरि, एवं कर्मी तरुण, संजय एवं विरेंद्र ने सक्रिय सहयोग दिया।
No comments