भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जनमदिवस हर्सो उलास के साथ मनाया गया।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे नेताजी सुभाष चंद्र बोस जिन्होंने अंग्रेजो के खिलाफ लड़ने के लिए जापान के सहयोग से आजाद हिंद फौज का गठन कर स्वतंत्रता संग्राम को गति प्रदान कर एक दिशा देने का कार्य किया था ।उनके द्वारा दिया गया जय हिंद का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन चुका है ।उक्त बातें आज शांति देवी वासुदेव मस्करा विमेंस कॉलेज रक्सौल में नेताजी की 125 वीं जयंती के अवसर पर बोलते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सांसद डॉक्टर संजय जयसवाल ने कहा। भारतीय जनता युवा मोर्चा रक्सौल जिला ने नेताजी के 150वीं जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में आयोजित किया था जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष प्रोफ़ेसर मनीष दुबे ने किया। डॉक्टर जयसवाल,स्थानीय विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा ,जिला अध्यक्ष वरुण सिंह एवं शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक प्रो0 अनिल कुमार सिन्हा ने पराक्रम दिवस का उद्घाटन संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर एवं नेताजी के चित्र पर पुष्पांजली कर किया। डॉ0 जायसवाल ने कहा कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा का नारा भी नेता जी ने ही दिया था । 31 अक्टूबर 1943 को नेताजी ने आजाद हिंद फौज के सर्वोच्च सेनापति की हैसियत से स्वतंत्र भारत की अस्थाई सरकार बनाई थी जिसे विश्व के 11 देशों ने मान्यता भी प्रदान कर दिया था। दुर्भाग्य से देश की आजादी के बाद तत्कालीन सरकार ने उनकी घोर उपेक्षा की पर भारतीयों में उनकी लोकप्रियता और श्रद्धा को कम नहीं किया जा सका ।आजाद हिंद सरकार के 75 साल पूर्ण होने पर इतिहास में पहली बार वर्ष 2018 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर तिरंगा फहराकर सम्मान देने का काम किया और कहा जाए तो आजाद हिंद फौज को अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित किया ।मुख्य अतिथि विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा ने नेताजी को महान देशभक्त बताते हुए कहा कि आज भी नेताजी भारत के महान नेताओं में से एक हैं जिन्हें नरेंद्र मोदी जी ने सम्मान देकर एक उदाहरण प्रस्तुत किया है ।।जिला अध्यक्ष वरुण सिंह जी ने उन्हें भारत मां का सच्चा सपूत बताते हुए कहा कि वह अपना संपूर्ण जीवन देश के लिए न्योछावर कर दिया ।शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक प्रो0 डॉक्टर अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि नेताजी युवकों के प्रेरणा के स्रोत हैं। उन्होंने 1920 की आई सी एस की परीक्षा पास कर वरीयता में चौथा स्थान प्राप्त किया था । पर उन्होंने अपने बड़े भाई से कहा कि उनके दिलो-दिमाग पर स्वामी विवेकानंद और अरविंदो घोष ने कब्जा कर रखा है। मैं अंग्रेजों की गुलामी कैसे कर सकता हूँ और उन्होंने 22 अप्रैल को त्यागपत्र दे दिया।माँ ने त्यागपत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि मुझे अपने बेटे पर गर्व है। भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य गुड्डू सिंह ने कहा कि नेताजी की जीवनी की एक एक घटना वर्तमान पीढ़ी को दिशा देने वाली है। पर दुःख की बात है कि एक सच्चा राष्ट्रभक्त की मृत्यु आज भी रहस्यमय ही बनी हुई है । पूर्व ज़िला अध्यक्ष प्रमोद शंकर सिंह ने नेताजी को महाननेता बताया ।प्रो0 मनीष दूबे ने कहा कि देश के महापुरूषों को जाति के आधार पर बांट कर देश को अपने अतीत पर गर्व करने एवं प्रेरित होने से वंचित कर दिया गया जिसे देश के प्रधानमंत्री सम्मान देकर देशवासियों को अवगत करा रहे हैं। भाजयुमो के प्रदेश महासचिव ने उन्हें देश के एकता का प्रतीक बताया । समारोह में चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अरुण गुप्ता महासचिव आलोक श्रीवास्तव शिवपूजन प्रसाद , मुकुल सिंह ,प्रो0 राज किशोर सिंह, डा० चंद्रमा सिंह ,डॉ शंकर ठाकुर, डॉ0 प्रदीप श्रीवास्तव भाजयुमो के नगर अध्यक्ष संजय पटेल, राम शर्मा, पिंटू गिरी, प्रेम गुप्ता ,राकेश रंजन वर्मा,राजकिशोर राय भगत ,डा० अनिल कुमार ,राकेश कुशवाहा आदि उपस्थित थे ।
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