महिला हिंसा के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए मानव शृंखला का आयोजन
-दिन सवेरा, रात अंधेरा, हर पल हो सुरक्षा हक हमारा – मोमबत्तियों की रोशनी से उम्मीद की किरण
पटना: सहयोगी संस्था द्वारा 16 दिवसीय अभियान के अंतर्गत पटना के विभिन्न क्षेत्रों में मानव शृंखला, “उम्मीद की रोशनी,” और पुलिस उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इन आयोजनों का उद्देश्य समाज में महिला हिंसा के खिलाफ जागरूकता फैलाना और सुरक्षा, समानता, और अधिकारों के प्रति लोगों को जागरूक करना था।
मानव शृंखला: छात्र-छात्राओं की भागीदारी से जागरूकता का प्रसार
उत्क्रमित मध्य विद्यालय, मठियापुर के 100 छात्र-छात्राओं ने मानव शृंखला में उत्साहपूर्वक भाग लिया। बच्चों ने “महिला हिंसा के खिलाफ हम सबकी आवाज़,” “असमानता से समानता, सबकी गिनती एक समान,” और “मुझे नहीं, मेरे अधिकारों को सुरक्षित करें” जैसे प्रभावशाली नारों के साथ समाज को जागरूक किया। मानव शृंखला के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि महिलाओं के अधिकार और समानता के प्रति हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है।
पुलिस उन्मुखीकरण कार्यक्रम: महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान
1 दिसंबर 2024 को रूपसपुर थाने में सहयोगी संस्था ने पुलिस उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में महिला हेल्पडेस्क की प्रभारी निशा कुमारी और अंजू कुमारी, मुंशी रंजन कुमार, रघुरामपुर की वार्ड सदस्य सरोज देवी, हथियाकांध की वार्ड सदस्य गुड़िया देवी, और अन्य पंचायतों की महिलाएं एवं किशोरियां शामिल हुईं। थाना अध्यक्ष रणविजय कुमार ने कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संचालित किया और महिला सुरक्षा के महत्व पर बल दिया।
उम्मीद की रोशनी: संदेशों के साथ एकजुटता का प्रदर्शन
कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर “उम्मीद की रोशनी” का आयोजन किया गया, जिसमें 50 प्रतिभागियों ने मोमबत्तियां और बैनर लेकर सड़कों पर जागरूकता फैलाई। “दिन सवेरा, रात अंधेरा, हर पल हो सुरक्षा हक हमारा,” “ये रात हमारी है, ये शहर हमारा है,” और “घर हो या शहर के रास्ते, सुरक्षित हो सबके वास्ते” जैसे संदेशों के माध्यम से महिला सुरक्षा और समानता के लिए आवाज उठाई गई।
इन कार्यक्रमों को सफल बनाने में सहयोगी संस्था की कार्यकारी निदेशक रजनी और उनकी टीम के सदस्यों, निर्मला, बिंदु, रूबी, प्रियंका, शारदा, लाजवंती, मोनिका, मनोज, रौनक़, उषा, धर्मेंद्र, और साक्षी, ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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