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    टीबी के सौ दिवसीय अभियान में प्रत्येक पीएचसी के लिए स्क्रीनिंग से ट्रीटमेंट तक हो टारगेट: जिलाधिकारी

    -जिलाधिकारी ने रथ को भी किया रवाना 

    -सोशल इंफ्ल्यूएंशर भी फैलाएगें टीबी पर जागरूकता 

    -प्रति सीएचओ एक नोटिफिकेशन भी कराना जरूरी

    मुजफ्फरपुर। सरकार बहुत गंभीरता से चाह रही है कि जिस तरह पोलियो का उन्मूलन हुआ,नियमित टीकाकरण में काम चल रहा है उसी तरह टीबी पर भी प्रयास हो और यह रोग उन्मूलन के लक्ष्य तक पहुंचे। ये बातें जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान की शुरुआत पर कही। इस दौरान उपस्थित लोगों ने निक्षय शपथ भी लिया। उन्होंने सीडीओ डॉ सीके दास से अपील करते हुए कहा कि ओपीडी में खांसी और बुखार के आने वाले मरीजों की भी स्क्रीनिंग और जांच हो। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रखंड की जनसंख्या के अनुसार वहां के पीएचसी/सीएचसी को इस 100 दिवसीय अभियान के दौरान स्क्रीनिंग से लेकर ट्रीटमेंट तक का टारगेट दिया जाए। इसके अलावा  हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर को हफ्ते में एक टीबी नोटिफिकेशन का टारगेट भी फिक्स किया जाए। अभियान की शुरुआत के दौरान जिलाधिकारी ने मानव संसाधन की कमियों को भी आपसी समन्वय से पूरा कर अभियान को गति देने को कहा। मालूम हो कि देश के 237 जिलों और बिहार के 10 जिलों में 100 दिवसीय टीबी अभियान चलाया जा रहा है। इसमें मुजफ्फरपुर भी शामिल है। 

    जिलाधिकारी ने जागरूकता रथ को किया रवाना:

    100 दिवसीय टीबी अभियान की शुरुआत पर जिलाधिकारी ने जागरूकता रथ को भी रवाना किया। डॉ सीके दास ने बताया कि  यह रथ माइक्रोप्लान के साथ प्रत्येक प्रखंड के पंचायत स्तर तक लोगों के पास पहुंचेगी। इससे लोगों को टीबी से बचाव और इस अभियान के प्रति जानकारी मिल सकेगी। 

    टीबी की पहचान,इलाज और मौतों को कम करना मुख्य लक्ष्य:

    जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ सीके दास ने बताया कि इस 100 दिवसीय अभियान के का मुख्य लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा टीबी की मरीजों की पहचान कर उनका इलाज करना है,ताकि टीबी के कारण होने वाली मौतों को कम किया जा सके। इसके लिए विभाग की ओर से ही एक कैलेंडर का निर्माण किया गया है। जिलाधिकारी के सुझाव पर जिले के ऐसे सोशल इंफ्लयूएंशर जिनके ज्यादा फॉलोवर हैं, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी उनसे संपर्क करेंगे और आईईसी मटेरियल  उपलब्ध कराया जाएगा। इससे वे लोगों को सोशल मीडिया के प्रति जागरूक करेंगे। जागरूकता में धर्म प्रमुख,जनप्रतिनिधियों की सहायता ली जाएगी। स्कूल और कॉलेज के यूथ से जागरूकता भरे कार्यक्रम कराए जाएगें। मीडिया वर्कशॉप और अच्छे हुए कार्यों के लिए मीडिया विजीट भी कराया जाएगा। कार्यक्रम के संचालन में स्टेकहोल्डरों की मदद ली जाएगी। मौके पर सिविल सर्जन डॉ अजय, एसीएमओ, डीपीएम रेहान अशरफ, सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि, सभी प्रखंड के बीएचएम, बीसीएम और एसटीएस, एसटीएलएस मौजूद थे।

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