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    शून्य मरीज का संकल्प लिए कालाजार द्वितीय चक्र का हुआ शुभारंभ

    - कालाजार मुक्ति के 5 साल पर उड़े गुब्बारे

    - 683753 की आबादी होगी लाभान्वित

    सीतामढ़ी। जिला भीबीडी नियंत्रण कार्यालय सीतामढ़ी के प्रांगण में जिला पदाधिकारी मनेश कुमार मीणा एवं जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी सीतामढ़ी डॉ० रविन्द्र कुमार यादव द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर काजालार नियंत्रणार्थ द्वितीय चक्र छिड़काव कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया और काजालार उन्मूलन रथ तथा छिड़काव दलो को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया।

    इस अवसर पर "कालाजार मुक्ति के 5 साल, स्वास्थ्य बिहार समृद्ध बिहार" संदेश का गुब्बारा भी उड़ाया गया।

    जिला भी०बी०डी० नियंत्रण पदाधिकारी सीतामढ़ी डॉ० रविन्द्र कुमार यादव ने बताया कि सीतामढ़ी जिला काजालार उन्मूलन के क्षेत्र में अग्रणी है और वर्ष 2018 में ही कालाजार उन्मूलन के लक्ष्य (प्रखंड स्तर पर प्रति 10 हजार की आवादी पर एक से कम रोगी ) को प्राप्त कर लगातार विगत 5 वर्षों से न केवल उन्मूलन कि स्थिति को बरकरार रखा है अपितु प्रतिवर्ष 30-40% कि दर से रोगियों कि स्थितियों में कमी हो रही है। वर्ष 2020 में जिला में कालाजार के 61, वर्ष 2021 में 39, वर्ष 2022 में 17 मरिज प्रतिवेदित हुए है। वर्ष 2023 में जनवरी से अबतक मात्र 5 रोगी मिले है जिनका ईलाज पूरा हो गया है। इसके लिए सभी प्रा० स्वा० केन्द्र में निःशुल्क जॉच व ईलाज की व्यवस्था है। सदर अस्पताल, सुरसंड सीएचसी, तथा पुपरी सीएचसी में लाईपोसोमल एम्फोटेरेसीन 'बी' सूई के एकल खुराक द्वारा ईलाज की विशेष व्यवस्था है।

    कालाजार फैलाने वाले बालू मक्खी के नाश के लिए सरकार द्वारा वर्ष में दो बार 5% अल्फा साईपरमेथ्रीन का छिड़काव कराया जाता है। आज से 60 कार्य दिवस में 38 छिड़काव दलो द्वारा 14 प्रखंडो के 79 कालाजार प्रभावित गावों के 126021 घरों में छिड़काव कराया जायेगा जिससे 683753 कि आवादी आच्छादित होगी। जिला पदाधिकारी मनेश कुमार मीणा ने बताया कि जिला में कालाजार उन्मूलन के क्षेत्र में बहुत अच्छा काम हुआ है, और शीघ्र ही मरीजो की संख्या शून्य हो जायेगी। मरीजों को त्वरित उपचार के बाद मुख्यमंत्री कालाजार राहत योजना से 6600 रू तथा भारत सरकार की ओर से 500 रू प्रति मरीज श्रम क्षतिपूर्ति का लाभ भी दिया जाता है। पिकेडीएल मरीज के ईलाज के बाद 4000 रू प्रति मरीज दिया जाता है। उन्होने निदेश दिया कि सभी आशा छिड़काव के दो दिन पूर्व अपने क्षेत्र के गृहस्वामी को छिड़काव तिथि की जानकारी देगें। छिड़काव कर्मियो ने बहुत ही सराहनीय कार्य किया है जिसके फलस्वरूप सीतामढ़ी 5 साल से कालाजार मुक्त जिला है। इस वर्ष अबतक मात्र 5 रोगी है, शीघ्र ही यह संख्या शून्य हो जायेगी। उन्होने छिड़काव कर्मियो को निदेश दिया कि वे छिड़काव के दौरान लोगो को कालाजार के लक्षणों के बारे में अवश्य बतायें तथा संभावित रोगी को अस्पताल में भेजे। इस दौरान ग्रामिणों को अन्य बीमारीयों यथा फाईलेरिया, डेंगू मस्तिष्क ज्वर के बारे में भी जानकारी दें। उन्होनें उपस्थित जीविका के डीपीएम को निदेश किया कि जीविका दीदीयों के माध्यम से भी घरों में कालाजार से बचाव तथा छिड़काव की जानकारी दें। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी ने छिड़काव पंजी एंव प्रचार-प्रसार पोस्टर का विमोचन भी किया।

    जीविका के डीपीएम उमा शंकर भगत ने कहा कि वे भेक्टर जनित रोगों कालाजार, डेंगू, जेई, फाईलेरिया के बारे में 36000 स्वंय सहायता समूह एंव उनसे जुड़े 4 लाख अस्सी हजार लोगों के द्वारा जानकारी देंगें।

    मौके पर छिड़काव कर्मियों के अलावे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, डुमरा के प्रभारी चि० पदा० डॉ अक्षय कुमार, डीपीएम असीत रंजन, भीडीसीओ प्रिंस कुमार, एफएलए रजनीश कुमार, डीपीओ प्रभाकर कुमार, भीबीडीएस राकेश कुमार एंव शिवशंकर प्रसाद, डीईओ कमलेश कुमार, बीएचआई राजू रमण सिंह व अन्य मौजूद थे।

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