जिले में एड्स नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों की हुई बैठक
-16 अगस्त से 15 सितंबर तक कारागारों में होगी एचआईवी, टीबी, हेपेटाइटिस रोगियों की जाँच
बेतिया। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार राज्य के 59 कारागारों समेत जिले के कारागारों में 16 अगस्त से 15 सितंबर तक एचआईवी, एड्स, टीबी, हेपेटाइटिस रोगियों की जाँच व इलाज की जाएगी। इस सम्बन्ध में बिहार राज्य एड्स नियंत्रनार्थ राज्य परियोजना निर्देशक अलकृता पांडे द्वारा सभी जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन को इस पर जिलास्तरीय तैयारी करने का आदेश जारी किया गया है। इस सम्बन्ध में जिले के मेडिकल कॉलेज बेतिया में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमेश चंद्रा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गईं है। जिसमें उन्होंने बैठक में उपस्थित एआरटी सेंटर, टीबी सेंटर के स्वास्थ्य कर्मियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए है।
पॉजिटिव आने पर तुरंत किया जाएगा इलाज-
डॉ चंद्रा ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों को समन्वय बनाकर कार्य करना होगा। इसके लिए एचआईवी के मरीजों को जागरूक करने के साथ नियमित फॉलोअप, दवा एवं जांच को और अधिक सुदृढ़ करना होगा। जेल के बंदियों के बीच एचआईवी, टीबी रोग के बारे मे जानकारी दी जाएगी । उन्होंने कहा कि जिला कारागार से निकलने वाले बंदी मरीजों की भी जांच करनी होगी।वहीं पॉजिटिव आने पर तत्काल प्रभाव से इलाज शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही जेल के काउंसलर को निर्देश दिया जाएगा कि संक्रमित मरीजों की सूचना एआरटी सेंटर पर प्रेषित करते रहें। जिससे उनकी स्क्रीनिंग, जांच आदि की व्यवस्था समय पर की जा सके। इसके अतिरिक्त क्षय रोगियों की भी नियमित जांच, दवा, उपचार किया जाए।
पीड़ित व्यक्ति से हाथ मिलाने से एड्स नहीं होता है-
डॉ रमेश चंद्रा ने कहा कि जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर एचआईवी की जांच मुफ्त में की जाती है। उन्होंने कहा कि एचआईवी पीड़ित व्यक्ति से हाथ मिलाने व उसके साथ खाना खाने से एड्स नहीं होता है। इसलिए रोगियों से भेदभाव करना बिल्कुल गलत है। एआरटी सेंटर की दवाएं नियमित रूप से खाने वाले मरीज सामान्य लोगों की तरह जिंदगी जी सकते हैं। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमेश चंद्रा, एआरटी सेंटर, टीबी सेंटर के स्वास्थ्कर्मी व अन्य लोग उपस्थित थें।
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