जिला स्वास्थ्य समिति से सीएस ने 25 आरबीएसके प्रचार रथ किया रवाना
- प्रचार- प्रसार के साथ राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी व विद्यालयों में बच्चों की होगी जाँच
-हृदय रोग के साथ ही 41 तरह की बीमारियों का होता है निःशुल्क इलाज
बेतिया। जिला स्वास्थ्य समिति से सिविल सर्जन डॉ श्रीकांत दुबे ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 25 प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले के सभी 18 प्रखंडों के बच्चों की आंगनबाड़ी केंद्रों, विद्यालयों, स्वास्थ्य केंद्रों व सामुदायिक क्षेत्रों में चिकित्सकों द्वारा कैंप लगाकर सम्पूर्ण स्वास्थ्य की जाँच की जाएगी। जानकारी देते हुए सीएस ने कहा की 0 से छह साल तक के बच्चों में रोग का पता लगाने के लिए आंगनबाड़ी व स्वास्थ्य केंद्रों में छह से 18 साल तक के बच्चों के लिए विद्यालय स्तर पर स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन नियमित अंतराल पर किया जाता है। वहीं बच्चों में होने वाली गम्भीर बीमारियों समेत 41प्रकार की रोगों की जांच की जाएगी। बता दें कि ह्रदय में छेद वाले गंभीर बच्चों की अहमदाबाद के सत्य साई हॉस्पिटल में शल्य चिकित्सा की जाती है। इन बच्चों के साथ उसके अभिभावक के वहां रहने खाने व हवाई जहाज से अहमदाबाद जाने के प्रबंध के साथ हृदय की शल्य चिकित्सा निःशुल्क की जाती है।
योजना के तहत 13 बच्चों की शल्य चिकित्सा हुई है-
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अमित अचल एवं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक रंजन कुमार मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों में होने वाले कुल 43 रोगों के निःशुल्क इलाज का भी प्रावधान है। इनमें हृदय संबंधी रोग, श्वसन संबंधी रोग, जन्मजात विकलांगता, बच्चे के कटे होंठ व तालू संबंधी रोग प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि 1अप्रैल 2021 से 31 मई 2023 तक 41 बच्चों की पटना आईजीआईसी में जाँच की गईं है। जहाँ 22 बच्चे जन्मजात ह्रदय रोग से गंभीर रूप से पीड़ित पाए गए हैं। जिनमें जिले के 13 बच्चों की शल्य चिकित्सा करायी गई है। जिला समन्वयक ने बताया कि प्रत्येक माह लगभग 1600 से ज्यादा बच्चों की स्क्रीनिंग की जाती है।
योजना के तहत नरकटियागंज के बच्चों का हुआ सफल इलाज-
जिले में मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत जिला स्वास्थ्य समिति से ह्रदय में छेद की गंभीर समस्या से पीड़ित बगहा-2 के जिकरा प्रवीण (8 वर्ष) की दवा देकर इलाज किया गया। वहीं नरकटियागंज के रंजीत कुमार (15 साल) एवं समर कुमार ( डेढ़ साल) का हाल ही में शल्य चिकित्सा द्वारा इलाज कराया गया है। ये सभी अब स्वस्थ हैं।
मौके पर सीएस डॉ श्रीकांत दुबे, डीपीएम अमित अचल, डीसीएम राजेश कुमार,अनुश्रवण पदाधिकारी विनय सिंह, महामारी पदाधिकारी डॉ अरशद मुन्ना, जिला समन्वयक रंजन कुमार मिश्रा व अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।
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