घर- घर कालाजार मरीज खोज अभियान सफल बनाने को प्रशिक्षण शुरू
घर- घर कालाजार मरीज खोज अभियान सफल बनाने को प्रशिक्षण शुरू
- आशा,आशा फैसिलिटेटर को दी जा रही है ट्रेनिंग
- पूर्वी चम्पारण के 25 प्रखंडों में 29 दिसम्बर से 10 जनवरी तक चलेगा सघन कालाजार मरीज खोज अभियान
मोतिहारी, 28 दिसंबर। पूर्वी चम्पारण जिले में कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत आशा एवं आशा फैसिलिटेटर के ट्रेनिंग के साथ शुरू की गई है। सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि 29 दिसम्बर से 10 जनवरी तक जिले के 25 प्रखण्डों में कालाजार उन्मूलन को लेकर जिले की आशा एवं आशा फैसिलिटेटर को प्रशिक्षित किया जाएगा। ताकि वे घर घर जाकर कालाजार के मरीज की खोज करें। जिससे उन सभी मरीजों को इस विशेष अभियान द्वारा चिकित्सा के लाभ के साथ अन्य सरकारी लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि अभियान के माध्यम से संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता अपने-अपने पोषक क्षेत्र में कालाजार मरीजों की खोज करेंगी ताकि उन्हें सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी से अवगत करा सकें। साथ ही इस बीमारी के शुरुआती लक्षण, कारण, बचाव एवं उपचार की भी जानकारी दे लोगों को जागरूक करेंगी। ताकि ऐसे मरीज समय पर अपना इलाज शुरू करा इस बीमारी को आसानी से मात दे सकें।
सीएस डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए केयर इंडिया, समेत अन्य सहयोगी संगठन के प्रतिनिधियों द्वारा भी सहयोग किया जा रहा है। वहीं, अभियान को सफल बनाने के लिए जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डाॅ शरद चन्द्र शर्मा, भीडीसीओ धर्मेंद्र कुमार, भीभीडीसीओ कंसल्टेंट अभिषेक कुमार समेत अन्य पदाधिकारी द्वारा विभिन्न प्रखंडों का भ्रमण कर आशा कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी गई है ।
- घर-घर जाकर की जा रही है मरीजों की खोज :
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डाॅ शरद चन्द्र शर्मा ने बताया, जिले के कल्याणपुर, सुगौली, संग्रामपुर , हरसिद्धि समेत 25 प्रखण्डों में घर-घर कालाजार मरीज खोज अभियान चलाया जा रहा है। जिसके माध्यम से संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता मरीजों की पहचान कर उन्हें इलाज कराने के लिए प्रेरित कर रही हैं। ताकि संबंधित मरीजों का समय पर इलाज शुरू हो सके और बीमारी को आसानी से मात दी जा सके। वहीं, उन्होंने बताया, इसके अलावा लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।
- सभी पीएचसी में नि:शुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध :
भीडीसीओ धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि कालाजार मरीजों के इलाज की सुविधा जिले के सभी पीएचसी में नि:शुल्क उपलब्ध है। मरीजों को सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने पर श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में सरकार द्वारा 7100 रुपये की राशि दी जाती है। पीकेडीएल मरीजों को पूर्ण उपचार के बाद सरकार द्वारा 4000 रुपये श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में दिये जाने के प्रावधान की जानकारी उन्हें दी जायेगी। वहीं, उन्होंने बताया, 15 दिनों से अधिक समय तक बुखार का होना कालाजार के लक्षण हो सकते हैं। भूख की कमी, पेट का आकार बड़ा होना, शरीर का काला पड़ना कालाजार के लक्षण हो सकते हैं। वैसे व्यक्ति जिन्हें बुखार नहीं हो लेकिन उनके शरीर की त्वचा पर सफेद दाग व गांठ बनना पीकेडीएल के लक्षण हो सकते हैं।
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