छपरा शहर में पानी का यह झील शक्तिनगर प्रभुनाथनगर अथवा उमानगर का नहीं है
छपरा शहर में पानी का यह झील शक्तिनगर प्रभुनाथनगर अथवा उमानगर का नहीं है । यह झील राजेन्द्र बाबू और जयप्रकाश बाबू के पढने वाले छपरा जिला स्कूल के पश्चिम बाबू दारोगा प्रसाद राय पूर्व मुख्यमंत्री के स्मारक के पास का तथा धर्मनाथजी पथ भगवान बाजार थाना रोड का है । छपरा मंडल कारा और सदर अस्पताल के गेट पर कोई बाहरी प्रदेश का आदमी आ जाय तो सहज ही समझ जाएगा कि छपरा के नेता अधिकारी नगर निगम कितना बीमार है । वर्तमान विधायकजी के घर से तथा डी एम साहब की कोठी से महज 200 मीटर की दूरी पर यह झील है । पांच पांच मुख्यमंत्री देनेवाला कई केन्द्रीय तथा राज्य सरकार में मंत्री देने वाला सारण प्रमंडल का मुख्यालय आजादी के 73 वर्षों के बाद भी अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है । नल जल योजना ने शहर के अंदर के रास्ते को नरक बना दिया है तो श्यामचक में एन एच पर भैंसे भी नही चलना चाहती । डबल डेकर से शहर को कितना फायदा होगा यह तो समय बताएगा लेकिन तत्काल पूर्वी छपरा के लोगों का जीवन नरक बना हुआ है । छपरा का नाम बदलने की चर्चा करने वाले अगर छपरा की दशा बदलने के लिए सोचते तो भगवान भी आशीर्वाद देते । चुनाव आए हैं । जाति और पार्टी के नाम पर फिर हम वोट करेंगे । जीतनेवाले नेता को सारी सुविधाएं मिल जाएंगी और छपरा अपने भाग्य पर रोता रहेगा । चाहे सामाजिक न्याय की सरकार हो चाहे सुशासन बाबू की सरकार छपरा को सजाने के लिए किसी के पास कोई मास्टर प्लान नही रहा । याद रखें कितने सांसद एवं विधायक छपरा ने बनाया किंतु लोगों को किसी का नाम भी याद नहीं । प्रतिनिधि बने हैं जनता ने आशीर्वाद दिया है भगवान् ने अवसर दिया है तो कुछ ऐसा कीजिए कि कुछ दिनों तक लोग याद रखें नहीं तो ऐसे ही इतिहास में खो जाएंगे । यह लेख किसी की शिकायत नहीं एक मतदाता होने के कारण अपने प्रतिनिधियों से अपेक्षा है ।
Chapra se subham kumar
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