भाजपा ने किसानों और युवाओं को ठगने का किया है काम
प्रकाश कुमार चौहान/AN BIHAR (RAXAUL)
आज दिनांक 22.09.2020 रोज मंगलवार को शहर के कौङिहार चौक स्थित किसान नेता चौधरी चरण सिंह के प्रतिमा के नीचे रक्सौल युवा कांग्रेस के बैनर तले युवा कांग्रेस के विधान सभा अध्यक्ष मनोरंजन तिवारी के नेतृत्व में केन्द्र की तानाशाही सरकार भाजपा के द्वारा देश के अन्नदाताओं किसानों के खिलाफ काला कानून खिलाफ सांकेतिक विरोध -प्रदर्शन किया गया।विरोध प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव सह गोपालगंज प्रभारी प्रो.अखिलेश दयाल ने कहा कि वर्तमान की भाजपा सरकार 200 वर्ष पहले अंग्रेजी हुकूमत ने जो अपने शासनकाल में किसानों के अरमानो को जिसप्रकार कुचलने का काम किया ठीक उसी प्रकार भाजपा सरकार देश के किसानों पर जबरदस्ती यह काला कानून थोपकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।प्रदेश महासचिव ने कहा कि जो भाजपा सरकार नई बिल ला रही है इस बिल में यह जिक्र नहीं है कि उनकी किमत किस आधार पर तय होंगी। पूर्व में किसान अपने अनाजों को आढतो के मूल्य एमएसपी के आधार पर तय होता था लेकिन अब व्यापारी कंपनियों के आ जाने से मोनोपाॅली का खतरा है क्योकि इस बिल में ऐसा कोई प्रावधान नही है कि कंपनियां एमएसपी पर ही अनाज खरीदेंगी।ऐसे में किसान अपना अनाज किसी भी कीमत पर बेचने को मजबूर हो जाऐंगे क्योंकि देश का 86% किसान 5 एकङ से कम खेती वाला है वो आज भी अपनी इच्छा से आढ़तियों को अपनी फसल नही बेंचता मजबूरी से बेचता है क्योकि उसे पिछली फसल के सारे कर्ज या लागत मूल्य चुकाकर नई फसल उगानी होती है ।प्रदेश महासचिव ने कहा कि कॉन्ट्रेक्ट फाॅर्मिंग एक तरह से मोदी सरकार का नया जुमला है इसपर आज भी कोई पाबंदी नही है ।नई किसान बिल के तहत सरकार इस तंत्र से निकल जाएगी और नियंत्रण व्यापारियों के पास आ जाऐंगे ।इसके बाद विकट शोषण शुरू होगा क्योंकि उन्हें तो सिर्फ अपने फायदे की सोचना होगा उसको किसानों से क्या मतलब होगा? ये ठीक वैसा होगा जब 200 सालों तक अंग्रेजो ने ईस्ट इंडिया कंपनी को आगे कर के हम पर शासन किया।प्रदेश महासचिव ने कहा कि ऐसा कई बार होता है कि जब किसान अपनी फसल को सरकार से बेचता है तो उन्हें भुगतान में साल भर लग जाते हैं ऐसे में अगर फसल खरीदने के बाद यदि कोई कम्पनी डूब गई या दिवालिया हो गई तो किसान के पैसों की गारंटी कौन लेगा? ऐसी स्थिति में किसानों के हित का बचाव कौन करेगा ऐसा कोई भी प्रावधान इस बिल से नही जोड़ा गया है ।प्रदेश महासचिव ने कहा कि अगर किसान के साथ कोई धोखाधड़ी होता है तो वो इतनी बड़ी कंपनी से कैसे लङेगा?
क्या उसके मुकदमा लङने का खर्च सरकार उठाऐगी?या फिर उसके बिनाह पर सरकार मुकदमा लङेगी।प्रदेश महासचिव ने कहा कि ऐसे बहुत से सवाल धरतीपुत्रों(किसानों)को सता रही है जब देश की विपक्षी पार्टियां सरकार से इन सवालों के जबाब पूंछ रही है तो इसका जवाब सरकार के पास नही है और ना ही समाधान है।प्रदेश महासचिव ने कहा कि तानाशाही सरकार इस काले कानून को लागू कराकर अपने पूंजीपती मित्रों के पांकेट को गर्म करना चाहती है ।प्रदेश महासचिव ने दो टूक में जबाब देते हुए कहा कि यह बिल गरीब किसानों को और गरीब करेगा वही अब हमारे खेतिहर किसान अपने ही खेतों में मजदूर बनकर रह जाऐंगे उक्त कार्यक्रम में अवधेश कुमार यादव ,उपेन्द्रनाथ,देवेन्द्र कुमार,नफीस आलम,राजेश्वर प्रसाद,नरेन्द्र कुमार,मोहित कुमार,आनंद सर्राफ,कुंदन कुमार,दिपु कुमार,सहित अनेकों युवा उपस्थित थे।
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