रोगी हितधारक मंच की हुई जिला स्तरीय बैठक
- लोगों क़ो जागरूक करने में मंच के सदस्य निभा रहे हैं महत्वपूर्ण भूमिका : डीपीएम
- हाथी पाँव के गंभीर मरीजों के लिए विकलांगता प्रमाण पत्र बनवाने पर दिया गया जोर
मोतिहारी। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत रोगी हितधारक मंच (पीएसपी) की जिला स्तरीय बैठक जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम ठाकुर विश्वमोहन की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इसमें फाइलेरिया मुक्त अभियान के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुए जिले के चार प्रखंड - कल्याणपुर, चिरैया, मधुबन, चकिया में रोगी हितधारक मंच में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, एएनएम, आशा फैसिलीटेटर, फाइलेरिया रोगी, जनप्रतिनिधि, राशन डीलर, जीविका के द्वारा किए जा रहे जागरूकता के कार्यों की जानकारी दी गई। बैठक में सीफार के जिला प्रतिनिधि विनोद कुमार श्रीवास्तव द्वारा पीपीटी के माध्यम से पीएसपी के कार्यों की उपलब्धियों को प्रस्तुत किया गया।
उन्होंने बताया कि जिले में पीएसपी के द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में लोगों क़ो दवा सेवन का महत्व बताकर जागरूक करते हुए सर्वजन दवा सेवन कराया गया। जन समुदाय के लोगों क़ो आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर जाँच, इलाज व बीमारियों से बचाव तथा सरकार से मिलने वाले सुविधाओं की जानकारी दी गई। अब पीएसपी सदस्य जन समुदाय के लोगों क़ो आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर जाँच, इलाज हेतु जागरूक करेंगे। जो भी ग्रुप के सदस्य बेहतर कार्य करेंगे उन्हें जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।
जिले के वरिष्ठ पदाधिकारियों के समक्ष सीएचओ, रोगी हितधारक सदस्यों के साथ परिचर्चा की गई। इस दौरान पिरामल के डिस्टिक लीड मुकेश कुमार, भीडीसीओ धर्मेंद्र कुमार, रविंद्र कुमार ने वेक्टर रोगों की जानकारी, उससे बचाव के उपाए पर प्रकाश डाला। इस दौरान रोगी हितधारक मंच के सीएचओ रानी चौरसिया, भिखाराम, अमर चौधरी, एएनएम ने अपने अनुभवों को साझा किया। उन सभी ने बताया कि फाइलेरिया राउंड के दौरान कैसे दवा सेवन से इंकार करने वाले लोगों क़ो समझाकर दवा खिलाया गया।
डीपीएम ठाकुर विश्वमोहन ने बताया कि रोगी हितधारक मंच न केवल स्वास्थ्य प्रणाली का एक सशक्त स्तंभ बनकर उभरा है, बल्कि यह मंच समुदाय और स्वास्थ्य विभाग के बीच एक मजबूत पुल की तरह कार्य कर रहा है। उन्होंने इसे फाइलेरिया मुक्त समाज की दिशा में एक सशक्त कदम बताया। उन्होंने कहा कि आगे बरसात के बाद भी वेक्टर रोगों के बढ़ने की संभावना रहती है। इसलिए मलेरिया, डेंगू व अन्य वेक्टर रोगों के बारे में लोगों क़ो जागरूक किया जाना जरूरी है। भीडीसीओ रविंद्र कुमार ने बताया कि डेंगू एक मच्छर जनित रोग है, जो एडीज मच्छर के काटने से होता है। इससे बचाव के लिए साफ-सफाई रखना, पानी को जमा न होने देना और पूर्ण आस्तीन के कपड़े पहनना आवश्यक है। कार्यक्रम के अंत में सभी स्वास्थ्यकर्मियों को अपने-अपने क्षेत्र में जाकर डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक करने तथा इससे बचाव के लिए सामूहिक प्रयास करने का संकल्प दिलाया गया। उन्होंने जोर देकर कहा कि डेंगू से बचाव जागरूकता से ही संभव है और इसके लिए स्वास्थ्यकर्मियों की भूमिका अत्यंत अहम है।
इस मौके पर डीपीएम ठाकुर विश्वमोहन, जिला अनुश्रवण पदाधिकारी अमानुल्लाह अमन, डीसीएम नंदन झा, वेक्टर जनित रोग सलाहकार अभिषेक कुमार, भीडीसीओ गौतम कुमार धर्मेंद्र कुमार, रविंद्र कुमार, पिरामल डीएल मुकेश कुमार, राजेश गिरी, पीएल धीरेन्द्र कुमार, सिफार से विनोद श्रीवास्तव, सिद्धांत कुमार, बिट्टू कुमार, सी3 के आदित्य राज व अन्य लोग मौजूद थे।
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