यौन हिंसा में चिकित्सक निभाते हैं दोहरी भूमिका: डॉ सुरेश चंद्र लाल
यौन हिंसा में चिकित्सक निभाते हैं दोहरी भूमिका: डॉ सुरेश चंद्र लाल
- बेहतर चिकित्सा के साथ देना होता है मानसिक संबंल
सीतामढ़ी। 22 जनवरी
जिला स्वास्थ्य समिति और केयर के सहयोग से शनिवार को यौन हिंसा के नए एसओपी पर चिकित्सकों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। जिसका उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ सुरेश चंद्र लाल ने किया। मौके पर उन्होंने कहा कि किसी भी यौन हिंसा के केस में चिकित्सकों को दोहरी भूमिका निभानी होती है। एक तो वह उस पीड़ित को बेहतर चिकित्सा दें और दूसरा की उसे वह मनोवैज्ञानिक रूप से मानसिक संबंल दें। प्रशिक्षण में जिला गैर संचारी पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने कहा कि सरकार के तरफ से चिकित्सकों के लिए यौन हिंसा के चिकित्सकीय पक्ष पर नया एसओपी आया है। इस नियम में है कि एक चिकित्सक यौन हिंसा पर चिकित्सकीय रिपोर्ट कैसे तैयार करे साथ ही साथ इसके कानूनी पक्षों के बारे में भी जाने। वहीं केयर की अंशु कुमारी ने चिकित्सकों को साक्ष्य एकत्र करने के माध्यम से भी मदद करना चाहिए। प्रशिक्षण में जिला स्वास्थ्य समिति के मेडिकल ऑफिसर ने हिस्सा लिया। मौके पर सिविल सर्जन डॉ सुरेश चंद्र लाल, केयर की अंशु कुमारी, एनसीडी डॉ सुनील कुमार सिंहा, केयर डीटीएल मानस कुमार, डीपीएम अशित रंजन, डॉ धीरेन्द्र, जिला अनुश्रवण एवं मुल्यांकन पदाधिकारी संतोष सहित अन्य चिकित्सक मौजूद थे।
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