हाइड्रोसिल मरीजों के ऑपरेशन का लक्ष्य करें हासिल: एसीएमओ डॉ रमेश चंद्रा
- जिले में हाइड्रोसील के हैं 721 मरीज
- इस महीने 15 का हुआ है ऑपरेशन
- मार्च तक मरीजों के लाइन लिस्टिंग व ऑपरेशन की व्यवस्था को लेकर अपर निदेशक राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी ने जारी किया पत्र
बेतिया। जिले के हाइड्रोसिल मरीजों के लिए खुशखबरी है।जिले के अनुमण्डलीय अस्पतालों में भी अब हाइड्रोसिल मरीजों का मुफ्त ऑपरेशन किया जा रहा है। मरीजों के लाइन लिस्टिंग व व्यवस्था को लेकर अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ परमेश्वर प्रसाद ने इस सम्बन्ध में सभी जिले के सीएस को पत्र भेजकर अवगत कराया है। जिले के अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमेश चंद्रा ने बताया कि जिले में 721 हाइड्रोसिल मरीज हैं। उन्होंने बताया कि इस महीने 15 हाइड्रोसिल मरीजों का ऑपरेशन हुआ है। इनमें गर्वमेंट अस्पताल बेतिया में 07, अनुमंडल अस्पताल बगहा में 03, अनुमंडल अस्पताल नरकटियागंज में 05 ऑपरेशन किया गया है। उन्होंने बताया कि सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को मरीजों की लाइन लिस्टिंग कर मार्च 2025 तक सभी हाइड्रोसिल मरीजों की शल्य चिकित्सा कराने का निर्देश दिया गया है। बगहा अनुमण्डलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अशोक कुमार तिवारी ने बताया कि अनुमंडल अस्पताल बगहा में 03 मरीजों का ऑपरेशन किया गया है। बाढ़ के कारण कार्य प्रभावित हुआ है। जल्द ही अन्य मरीजों का ऑपरेशन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय फाइलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत लाइन लिस्ट के अनुसार चिन्हित हाइड्रोसिल मरीजों को ऑपरेशन करवाने हेतु जागरूक भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शल्य चिकित्सा कराये जाने को लेकर राज्य स्तरीय समीक्षात्मक बैठक में स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा सभी बैकलॉग को मार्च 2025 तक समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए अनुमंडल स्तर से हमलोग प्रयासरत हैं।
वेक्टर जनित नियंत्रण कार्यालय के द्वारा तैयारी शुरू, मार्च तक लक्ष्य करना है हासिल:
डीभीबीडीसीओ डॉ एन के प्रसाद ने सभी 18 प्रखंडों के प्रभारियों को निर्देशित किया है कि हाइड्रोसिल के मरीजों को लाईन लिस्टिंग के अनुसार चिन्हित कर इनकी शल्य चिकित्सा कराना सुनिश्चित करें। इस हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र/रेफरल अस्पताल/जिला अस्पताल/अनुमंडलीय अस्पताल प्रक्रिया का पालन करते हुए कैम्प मोड पर शल्य चिकित्सा शिविर लगाकर शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति करना सुनिश्चित करें। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत प्राइवेट अस्पताल में भी हाइड्रोसिल मरीजों की शल्य चिकित्सा हेतु प्रोत्साहन करते हुए ऑपरेशन किये गये आँकड़ों को भी इसमें शामिल करें। इस कार्यक्रम के लिए जनमानस में जागरूकता उत्पन्न करने हेतु प्रचार-प्रसार एवं मोबिलाइजेशन पर ध्यान दें ताकि शत प्रतिशत लक्ष्य मार्च 2025 तक प्राप्ति किया जा सके।
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