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    एनक्यूएएस प्रमाणीकरण को लेकर जिला स्वास्थ्य समिति में बैठक आयोजित

    - राष्ट्रीय मानक अनुरूप हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर के सुदृढ़ीकरण हेतु गठित हुई टीम 

    - प्रथम चरण में 8 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को चिन्हित कर क़्वालिटी एंड सर्विस बेहतर करने पर जोर 

    बेतिया। एनक्यूएएस प्रमाणीकरण को लेकर जिला स्वास्थ्य समिति में मंगलवार शाम को जिले के गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मूर्तजा अंसारी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। जिसमें राष्ट्रीय मानक के अनुरूप हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर के सुदृढ़ीकरण हेतु (पीएमयू) टीम गठित हुई। बैठक में डॉ मुर्तजा अंसारी ने बताया कि इस प्रयास से जहां जन-जन तक उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जा सकेंगी, वहीं सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जनता का विश्वास दृढ़ होगा।

    मुर्तुजा अंसारी ने कहा की पश्चिमी चम्पारण जिले में 18 प्रखंड है जहां हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को बेहतर करने का प्रयास किया जाना है। उन्होंने बताया की प्रथम चरण में प्रखण्ड बैरिया, चनपटिया, गौनाहा, मैनाटांड, नरकटियागंज, सिकटा, योगापट्टी और लौड़िया के विभिन्न एचडब्लूसी को चिन्हित कर वहाँ क़्वालिटी एंड सर्विस बेहतर करने पर जोर दिया जाएगा ताकि राष्ट्रीय मानक अनुरूप हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर कार्यरत हो। एनसीडीओ ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को एक्शन प्लान तैयार करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया। उन्होंने बताया की मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग को तीन स्तर पर प्रमाणीकरण के लिए लक्ष्य का निर्धारण किया जाता है। जिसमें राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्वास) प्रमाणीकरण योजना की शुरुआत की गई है।

    क़्वालिफाई प्रमाण पत्र के लिए न्यूनतम 70 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य:

    जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी विनय कुमार, जिला योजना समन्वयक अमित कुमार ने बताया की राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के क़्वालिफाई प्रमाण पत्र के लिए न्यूनतम 70 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य है। इसके लिए सक्षम पोर्टल पर सभी मानकों से संबंधित डाटा को अपलोड करना होगा। एक्शन प्लान तैयार करने के लिए स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। एनक्यूएएस के क़्वालिफाई प्रमाण पत्र का मुख्य उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराना है। स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी को लेकर केंद्र व राज्य सरकार के अलावा स्थानीय स्तर पर लगातार प्रयास किया जा रहा हैं। 

    मौके पर गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मूर्तजा अंसारी, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी विनय कुमार, जिला योजना समन्वयक अमित कुमार, जपाइगो, पिरामल स्वास्थ्य एवम पी एस आई के जिला प्रतिनिधि व अन्य लोग उपस्थित थें।

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