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    सदर अस्पताल में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त एमसीएच की हुई शुरुआत

    -मातृ शिशु अस्पताल खुलने से गर्भवती महिलाओं के इलाज में हुई आसानी

    -जिले के 1037 महिलाओ का हुआ सीजेरियन

    - जिले के चकिया अनुमण्डलीय अस्पताल एवं सदर अस्पताल में उपलब्ध है सिजेरियन की सुविधा 

    मोतिहारी। जिले के सदर अस्पताल मोतिहारी परिसर में 11 फरवरी से अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त एमसीएच की शुरुआत हुई है। जिसमें जिले के 27 प्रखंडो के गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व देखभाल, जांच, संस्थागत प्रसव, महिलाओं को सिजेरियन की सुविधाएं, 53 तरह की जांच, आईसीयू, महिला ओपीडी, प्रसव पश्चात देखभाल के साथ अन्य सुविधाएं उपलब्ध हो रही है। एमसीएच की महिला चिकित्सक डॉ प्रीति गुप्ता ने बताया की यहाँ प्रतिदिन गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण हो रहा है। यहां प्रतिदिन औसतन 30 से 35  प्रसव होता है। इसके अलावा 4-5 सिजेरियन भी होता है। यहां प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना अन्तर्गत प्रत्येक माह की 9 तारीख एवं 21 तारीख को विशेष जाँच की जाती है। एमसीएच बिल्डिंग पूर्ण रूप से वातानुकूलित है, जहाँ शौचालय, पीने का पानी, बैठने की सुविधाएं उपलब्ध है।

    इमरजेंसी इलाज का मिला लाभ:

    पहाड़पुर की 26 वर्ष की रौशनी कुमारी ने बताया की मैंने गर्भ धारण के शुरुआत समय में प्राइवेट डॉक्टर के यहां इलाज कराया परन्तु इलाज में महंगी जांच, दवाओं में ज्यादा रूपये खर्च हो रहें थे तब मैंने मोतिहारी सदर अस्पताल में इलाज कराया, अब मुझे सभी जांच, दवाए, इलाज अब मुफ्त में प्राप्त हो रहा है और मै पहले से स्वस्थ भी हूं।

    जिले में हुआ 72 हजार संस्थागत प्रसव,1037 महिलाओ का हुआ सीजेरियन:

    जिले के डीसीएम नंदन झा ने बताया की वर्ष 2023-2024 में जिले के सभी 27 प्रखंडो में 72 हजार महिलाओ का संस्थागत प्रसव कराया गया है, वहीं 14 हजार महिलाओ का बंधयाकरण कराया गया है,1 लाख 78 हजार एएनसी कराई गईं है,1037 महिलाओ का सीजेरियन, 35 पुरुष नसबन्दी कराई गईं है। उन्होंने बताया की जिले के चकिया अनुमण्डलीय अस्पताल एवं सदर अस्पताल में सिजेरियन की सुविधाएं उपलब्ध है।

    हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं को मिलती है जांच व इलाज की सुविधा:

    पीएसआई इण्डिया के जिलाप्रतिनिधि अमित कुमार ने बताया की विगत वर्ष 4000 उच्च जोखिम वाली महिलाओ का सुरक्षित प्रसव कराया गया। हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं को जांच के लिए अस्पताल लाने एवं घर छोड़ने की सुविधा एंबुलेंस के माध्यम से निःशुल्क दी जाती है, उन्होंने बताया की यह सुविधा जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत दी जाती है। जिले के सभी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पीएचसी, सीएचसी, एसडीएच एवं जिले के सदर अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रत्येक माह की 9 और 21 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित अभियान के तहत चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा प्रसव प्रसव पूर्व जांच के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है।

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