टीबी मुक्त अभियान को लेकर केंद्रीय टीम ने की जिला यक्ष्मा केंद्र व स्वास्थ्य केंद्रों की पड़ताल
- टीम ने सघन जागरूकता एवं यक्ष्मा रोगियों की खोज को लेकर दिए कई सुझाव
- टीबी रोगियों का पता लगाने के लिए घर घर खोज जरुरी
मोतिहारी। टीबी मुक्त अभियान को लेकर केंद्रीय टीम द्वारा जिला यक्ष्मा केंद्र व 14 साइटों पर स्वास्थ्य केंद्रों पर संचालित स्वास्थ्य सेवाओं के कार्यों की समीक्षा की गई। इस सम्बन्ध में जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ संजीव ने बताया कि केंद्रीय टीम में डॉ संजय कुमार सिन्हा, डब्लू एच ओ के डॉ आकिल उमर व अन्य प्रतिनिधि आए हुए है जो जिले में 5 स्टेप में, 14 साईट पर जाकर स्वास्थ्य केंद्र के जाँच, लैब, मशीन, कंप्यूटर रिपोर्ट, दवाओं, चिकित्सक मास्क, आदि की जानकारी लेते हुए सुधार हेतु कई निर्देश दिए। डॉ उमेश कुमार सिन्हा ने जिला यक्षमा केंद्र का निरिक्षण करते हुए व्यवस्था को सुदृढ़ बताया, वहीं उन्होंने सघन जागरूकता एवं यक्ष्मा रोगियों की खोज को लेकर दिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। केंद्रीय टीम ने कहा कि अभियान चलाकर पंचायतों में घर-घर सर्वे कर संदिग्ध यक्ष्मा के लक्षण वाले रोगियों की खोज करें ताकि 2025 तक सभी पंचायत को टीबी मुक्त बनाया जा सकें। उन्होंने निरीक्षण के दौरान सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ विजय कुमार से भी कई महत्वपूर्ण बिन्दुओ पर बात की, एवं भ्रमण के दौरान संबंधित क्षेत्र की आशा एएनएम, एसटीएस एवं एसटीएलस, बीसीएम, स्वास्थ्य प्रबंधक से कार्यक्रम से संबंधित जानकारी लीं। केंद्रीय टीमों ने टीबी रोगियों और संबंधित अधिकारियों से बात कर कहा कि जिले में रोगियों को दिए जा रहे उपचार और टीबी रोगियों का पता लगाने के लिए अपनाई जा रही प्रक्रिया से हमसब संतुष्ट हैं। मौके पर सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ विजय कुमार, जिला यक्षमा पदाधिकारी डॉ संजीव, नोडल पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के जिला प्रतिनिधि सिद्धांत कुमार, लैब टेक्निशियन ललित कुमार, अरविन्द कुमार, अनिल कुमार, अमरेंद्र कुमार व अन्य लोग उपस्थित थे।
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