स्वास्थ्य उपकेंद्रों के एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन आवेदन के लिए तय की गयी समय सीमा
-वर्ष 2024-25 में लक्ष्य की पूर्ति के लिए उठाया गया कदम
-जिलों से एनक्यूएएस आवेदन की कमियों को पूरा करने को कहा
पटना। स्वास्थ्य उपकेंद्र स्तर (एचडब्ल्यूसी/एचएससी) पर नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट (एनक्यूएएस) के लिए प्रयास तेज कर दिया गया है। राज्य में एनक्यूएएस के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ बीके मिश्र ने बताया कि अपर सचिव एवं मिशन निदेशक, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा समीक्षा के क्रम में वर्ष 2024-25 के लिए राज्य में एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन के लिए निर्धारित लक्ष्य तय किए गए थे। इसमें जिलों को प्रमाणीकरण के आवेदन भेजने के लिए समय सीमा निर्धारित किए गए हैं। इसके अलावा जिलों से प्रमाणीकरण के लिए भेजे गए आवेदन में चेक लिस्ट के लिए अनुसार कमियों को भी पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
इस कुल 673 स्वास्थ्य उपकेंद्रों को प्रमाणीकरण का लक्ष्य:
डॉ मिश्रा ने बताया कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में एनक्यूएएस प्रमाणीकरण के लिए अलग-अलग समय सीमा तय की गयी है। इसमें 20 नवंबर तक प्रति अनुमंडल एक आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, 20 दिसंबर या उत्तरवर्ती महीनों में प्रति प्रखंड एक आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के प्रमाणीकरण के लिए आवेदन की समय सीमा तय की गयी है। एनक्यूएएस के राष्ट्रीय असेसर डॉ माहताब सिंह ने बताया कि एनक्यूएएस के प्रमाणीकरण में समय सीमा रखने से लक्ष्य की पूर्ति के साथ स्वास्थ्य संस्थान की सेवाओं में गुणोत्तर वृद्धि होगी। कमियों को कम समय में पूरा किया जा सकेगा। इसका असर स्वास्थ्य के आंकड़ों और मरीजों के फुटफॉल में वृद्धि देखने को मिलेगी।
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