जिले में 24 मार्च से शुरू होगा आईडीए कार्यक्रम, चल रहा नाइट ब्लड सर्वे
जिले में 24 मार्च से शुरू होगा आईडीए कार्यक्रम, चल रहा नाइट ब्लड सर्वे
- 1500 नाइट ब्लड टेस्ट का रखा गया है लक्ष्य, 70 प्रतिशत पूरा
- फाइलेरिया की रोकथाम के लिए खिलाई जाएगी दवा
वैशाली, 23 फरवरी
फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जिले में 24 मार्च से आईडीए कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए जिले के चयनित 8 गांवों में माइक्रो फाइलेरिया परजीवी की जांच के लिए नाइट ब्लड सर्वे किया जा रहा है। जिला वीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सत्येन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि जिले में फाइलेरिया के उन्मूलन के उद्येश्य से आइडीए सर्वजन दवा कार्यक्रम आरंभ किया जाएगा। जिसके लिए 21 से 24 फरवरी तक नाइट ब्लड सर्वे कर लोगों के रक्त के सैंपल लिए जा रहे हैं, ताकि जिले में फाइलेरिया की स्थिति और नए मरीजों की खोज हो सके। इस कार्य के लिए तीन टीमों को लगाया गयाा है।
रात में होती है जांच:
डॉ सिंह ने कहा कि नाइट ब्लड सर्वे में 1500 लोगों के सैंपल लेने का लक्ष्य रखा गया है। यह जांच मुख्य रूप से 8 बजे से 12 बजे के बीच होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस समय माइक्रो फाइलेरिया के परजीवी ज्यादा सक्रिय होते हैं। नाइट ब्लड सर्वे के दौरान गांववासियों का भरपुर सहयोग मिल रहा है। नाइट ब्लड सर्वे के कार्यों में मुखिया भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। 22 फरवरी तक 70 प्रतिशत नाइट ब्लड सर्वे का कार्य किय जा चुका है।
नुक्कड़ नाटक द्वारा फैलायी जा रही जागरूकता ;
डॉ सत्येन्द्र ने कहा कि फाइलेरिया के प्रति लोगों में जागरूकता फैले इसके लिए नाइट ब्लड सर्वे की जगहों पर सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहयोग से नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया जा रहा है। वहीं तकनीकी एवं कार्यक्रम की रूपरेखा में सहयोग हेतु केयर व विभिन्न सामाजिक संगठनों का सहयोग लिया जा रहा है।
रात में काटते हैं फाइलेरिया के मच्छर:
डॉ सिंह ने कहा कि फाइलेरिया मुख्यत: क्यूलेक्स नामक मच्छर के काटने से होता है। जो अक्सर शाम ढलने के बाद काटते हैं। इस बीमारी को अपने स्वरूप में आने में आठ से दस साल लगते हैं ,जो घातक है। इससे बचाव का एकमात्र समाधान सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के तहत दी जाने वाली दवा का सेवन करना है।
No comments