घर घर घूमकर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पिलाई जा रही है पोलियो की दवा
घर घर घूमकर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पिलाई जा रही है पोलियो की दवा
- जिले में 27 फरवरी से 3 मार्च तक चलेगा पल्स पोलियो अभियान
- लगभग 10 लाख बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने का है लक्ष्य
- 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को पिलाई जाएगी पोलियो की दवा
मोतिहारी, 28 फरवरी। जिले में घर घर घूमकर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा 0 से 5 वर्ष उम्र तक के बच्चों को पोलियो की दो बूंद दवा पिलाई जा रही है। डीआईओ शरतचंद्र शर्मा ने बताया कि जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक द्वारा बच्चों को ड्राप पिलाकर 5 दिवसीय पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की गई है। उन्होंने बताया कि यह अभियान जिले में 3 मार्च तक चलेगा। उन्होंने बताया कि निर्धारित उम्र के बच्चों को पोलियो की दो बूंद पिलाया जाना बेहद जरूरी है। ताकि पोलियो जैसे गंभीर रोग से वे सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने बताया कि आदापुर, अरेराज, बंजरिया, बनकटवा, सुगौली, मोतिहारी, रक्सौल सहित सभी प्रखण्डों के क्षेत्रों में पोलियो टीकाकरण अभियान चल रहा है।जिसमें 2201 टीम ,626 सुपरवाइजरों द्वारा 995595 बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
मोतिहारी सदर प्रखंड की स्वास्थ्य प्रबंधक संध्या कुमारी ने बताया कि मोतिहारी के शहरी क्षेत्र व ग्रामीण क्षेत्रों में भी आशा व अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर घर जाकर बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलायी जा रही है। ताकि बच्चे पोलियो जैसी बीमारियों के प्रति सुरक्षित रहें ।
12 जानलेवा बीमारियों से बचाए रखता है पोलियो ड्रॉप-
डीआईओ डॉ. शर्मा ने बताया कि पोलियो एक खतरनाक लकवाग्रस्त वायरस जनित रोग है। नवजात बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण उसे पोलियो का खतरा ज्यादा रहता है। विशेष रूप से यह बीमारी रीढ़ के हिस्सों व मस्तिष्क को ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। पोलियो ड्रॉप के साथ अपने बच्चों को संपूर्ण टीकाकरण भी करवाना चाहिए जो 12 जानलेवा बीमारियों से बचाए रखता है।
पोलियो की दवा पिलाने के लिए घर घर घूम रहे हैं स्वास्थ्य कर्मी-
सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि पोलियो उन्मूलन में बच्चों के लिए यह दवा एकदम आवश्यक है। कोई भी 5 वर्ष से कम उम्र का बच्चा इस अभियान में न छूटे इसपर पूरा ध्यान रखना जरूरी है,इसलिए
पोलियो की दवा पिलाने के लिए घर घर घूमकर स्वास्थ्य कर्मी बच्चों को दवा पिला रहें हैं। पल्स पोलियो अभियान की सफलता के लिए एएनएम, आशा कार्यकर्ता, व अन्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इस अभियान में आम लोगों का सहयोग भी अपेक्षित है। अभियान में घरों के साथ साथ, महादलित टोलों,भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, बाजारों में भी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी।
पोलियो अभियान के साथ कोविड प्रोटोकॉल का भी ध्यान रखना जरूरी-
सीएस ने कहा कि पोलियो अभियान के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का भी ध्यान रखना जरूरी है। पोलियो की ड्रॉप पिलाने वाले कर्मियों को दवा पिलाने के समय मास्क व ग्लब्स पहनकर रहने व सामाजिक दूरी का पालन करते की हिदायत दी गई है। कोरोना संक्रमण को जड़ से मिटाने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से लगा है।
इन मानकों का करें पालन और कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर:
- टीके से वंचित व्यक्ति कोविड टीकाकरण अवश्य कराए
- मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें।
- नियमित तौर पर लगातार साबुन या अल्कोहल युक्त पदार्थों से अच्छी तरह हाथ धोएं।
- अपनी बारी आने पर निश्चित रूप से वैक्सीनेशन कराएं और दूसरों को भी प्रेरित करें।
- लक्षण महसूस होने पर कोविड-19 जाँच कराएं।
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